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" alt="" aria-hidden="true" />कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का मानना है कि फिलहाल देश के कुछ हिस्सों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। इन कोरोना हॉटस्पॉट पर स्पेशल फोकस सबसे जरूरी है। एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कुछ हिस्सों में कोरोना का संक्रमण क्षेत्रीय स्तर पर शुरू हुआ है, लेकिन अभी देश तीसरी स्टेज तक नहीं पहुंचा है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल का कहना है कि हम अभी भी स्टेज तीन से दूर हैं। इसे यही रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें तमाम प्रयास कर रहे हैं।



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प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि सुरक्षा उपकरणों की मांग करने वाले डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। स्वास्थ्य कर्मचारियों को गुणवत्ता के सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराना जरूरी है। इनकी कमी के कारण ही डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ इसकी मांग कर रहा है, लेकिन जो लोग इस मुद्दे को उठा रहे हैं उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। इसके लिए डॉक्टरों ने पीएम नरेंद्र मोदी से सख्त आदेश जारी करने की अपील भी की है।
सोमवार को एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि दुनिया में जितने केस आए हैं उसके मुकाबले भारत में बहुत कम मामले हैं। कई क्षेत्रों में अब जांच भी बढ़ गई हैं। इसके बाद भी मरीज कम ही सामने आ रहे हैं। इससे जाहिर होता है कि हमें बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। कुछ क्षेत्रों में इस पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन स्थानों पर प्रशासनिक कार्य काफी किए जा रहे हैं। उन्होंने ये भी अपील की है कि लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन जरूर करना है। अभी तक यही तरीका है जिसकी बदौलत कोरोना वायरस को रोक पाए हैं।
देश के कुछ हिस्सों में कोरोना की स्थिति गंभीर, स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा, भारत अभी स्टेज तीन से दूर